The smart Trick of sidh kunjika That Nobody is Discussing
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
Kunjika Strotam features immense energy, and it could completely alter the lifetime of one particular who chants it with total devotion.
ऐङ्कारी सृष्टिरूपायै ह्रीङ्कारी प्रतिपालिका ।
नमः कैटभ हारिण्यै, नमस्ते महिषार्दिनि।।
Salutations into the Goddess who has the shape of root chants Who by the chant “Intention” has the form on the creator Who with the chant “Hreem” has the form of one who will take care of almost everything And who from the chant “Kleem” has the form of passion
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
विच्चे चा ऽभयदा नित्यं, नमस्ते मन्त्ररूपिणि।।
कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, here यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.